Sateek Samachar, पंचकूला।
हरियाणा के पंचकूला जिले में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) का एक लड़ाकू विमान जगुआर (Fighter Jet Jaguar) दुर्घटना का शिकार हो गया। इसे उड़ा रहा पालयट सुरक्षित बाहर निकलने में सफल रहा। यह फाइटर जेट नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था और अंबाला एयरफोर्स स्टेशन (Air Force Station) से उड़ान भरी थी। वायुसेना के अनुसार हादसा तकनीकी खामी के कारण हुआ।
माेरनी के गांव बालदवाला के पास हुई दुर्घटना
हादसा पंचकूला जिले के मोरनी के बालदवाला गांव के निकट हुआ। बताया जाता है कि पायलट ने अपनी सूझबूझ से विमान को आबादी वाले क्षेत्र में गिरने से बचाया और इससे दूर ले जाकर खुद विमान से सुरक्षित निकल गया। सूचना मिलते ही विशेषज्ञों की टीम दुर्घटनास्थल पर पहुंच गई और जांच शुरू कर दी। विमान पहाडी इलाके में हादसे का शिकार हुआ।
विमान पेड़ों से टकराते हुए खाई में गिरा
प्रत्यशदर्शियों के अनुसार, विमान आसमान में लहराने लगा और यह लहराते हुए पेड़ों से टकराता हुआ एक खाई में जा गिरा। पायलट के नीचे गिरने के बाद आसपास के लाेग वहां दौड़ कर पहुंचे और उसकर सहायता की। लोगों ने पायलट को पानी पिलाया। पालयट पूरी तरह ठीक था।
जगुआर वायुसेना का अहम हिस्सा
बता दें कि जगुआर वायुसेना (Air Force) के बेड़े का अहम हिस्सा है और ट्विन इंजन डीप पेनेट्रेशन स्ट्राइक जेट है। यह विमान बेहद प्रभावशाली माना जाता है और कम ऊंचाई पर भी स्ट्राइक कर सकता है। यह छोटे रनवे से भी उड़ान भर (Take Off) सकता है। यह करीब 600 मीटर के रनवे से टेक आफ (Take Off) और लैंडिंग (Landing) कर सकता है। इसकी अधिकतम स्पीड 1700 किलोमीटर प्रति घंटे की है। यह महज डेढ़ मिनट में 30 हजार फीट की ऊंचाई पर पहुंच सकता है।