Sateek Samachar, अमृतसर/पटियाला।
Illegal immigrants: अमेरिका से डिपोर्ट होकर शनिवार रात अमृतसर पहुंचे पंजाब के 65 अवैध अप्रवासियों (Illegal immigrats) को राज्य सरकार की ओर से गाड़ियों में उनके घर पहुंचाया गया। पटियाला के राजपुरा के दो युवक घर नहीं पहुंचे तो उनके परिवार के लोगों ने उनके बारे में पता किया। इसके बाद पुलिस ने बताया कि उनको गिरफ्तार कर लिया है। वे हत्या के एक मामले में आरोपित हैं । दरअसल, वे दो साल पहले हुई हत्या के केस से बचने के लिए अमेरिका भाग गए थे।
दोनों को पंजाब पुलिस ने किया गिरफ्तार, हत्या के केस से बचने को भागे थे अमेरिका
दोनों चचेरे भाई हैं और यहां पहुंचने के बाद उनको पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ये दोनों हत्या के एक मामले से बचने के लिए डंकी रूट से अमेरिका भाग गए थे। वहां अवैध प्रवासियों (Illegal immigrats) की धर पकड़ के दौरान वे पकड़े गए और फिर अमेरिकी एयरफोर्स के विमान से शनिवार 15 फरवरी को 113 अन्य अप्रवासी भारतीयों के साथ अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचे। दोनों पर पटियाला के राजपुरा के रहनेवाले हैं।
113 लोगों के साथ डिपोर्ट होकर अमेरिका से आए थे
बता दें कि शनिवार रात अमेरिका से डिपोर्ट होकर आए 116 लोगाें में 65 लोग पंजाब के रहने वाले हैं। पंजाब सरकार की ओर से सभी को गाड़ियों में उनके घर तक पहुंचा गया, लेकिन पटियाला के दो चचेरे भाई संदीप और प्रदीप घर नहीं पहुंचे। उनके घर नहीं पहुंचने पर परिवार के लोगों ने पता किया तो उन्हें जानकारी मिली कि पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। उन पर दो साल पहले हुई हत्या की वारदात में केस दर्ज है।
राजपुरा में करीब दो साल पहले हुई थी हत्या की वारदात, परिजन बोले- झूठे केस में फंसाया गया
दूसरी ओर, दोनों युवकों के परिवारजनों का कहना है कि वे इस मामले में निर्दोष हैं। जानकारी के अनुसार, हत्या की वारदात 25 जून, 2023 में हुई थी। इस संबंध में राजपुरा सिटी थाना में केस दर्ज किया गया था। युवकों के परिजनों का कहना है कि दोनों को झूठे केस में फंसाया गया है। एजेंट ने उनको अमेरिका साफ रास्ते से भेजने की बात कही थी, लेकिन बाद में जंगल के रास्ते भेज दिया। दोनों को अमेरिका भेजने के लिए परिवार ने करीब 1.20 करोड़ रुपये खर्च किए थे।
रेहड़ी वाले से झगड़े में तलवार से हमला करने का आरोप
राजपुरा सिटी थाने में दर्ज मामले के अनुसार, रेहड़ी वाले से झगड़े के दौरान हमले में तलवारों से हमले में दो लोग बुरी तरह घायल हो गए थे। इनमें एक की अस्पताल में मौत हाे गई। एफआरआइ में शिकायतकर्ता हरमनजोत ने कहा था कि वह दाना मंडी के पास रेहड़ी लगाता है। 25 जून, 2023 की रात करीब साढ़े 10 बजे हसमुख सिंह उसकी रेहड़ी के पास आया।
तलवार से हमले में दो लोग हो गए थे घायल, एक की हो गई मौत
शिकायत में हरमनजोत ने कहा कि हसमुख सिंह किसी बात पर उसके साथ बहस करने लगा। पास खड़े उसके (हरमनजोत के) रिश्तेदार हसमुख को समझाने लगे , लेकिन वह नहीं माना। हसमुख ने अपने दोस्तो संदीप सिंह उर्फ सनी और सुखदेव सिंह नामक दो युवकों को बुलाया। ये लोग एक स्कॉर्पियो और स्विफ्ट कार में कुछ लोगों के साथ पहुंचे।
शिकायत में कहा गया है कि मौके पर आए युवक तलवारें लेकर आए और उनके साथ हाथापाई करने लगे। उन्होंने हरमनजोत के भाई सचंदर सिंह और फूफा सरवन सिंह पर हमला कर दिया। बाद में वे धमकी देते हुए चले गए। थोड़ी देर वे फिर वहां पहुंच गए। हमलावरों में शामिल संदीप सिंह और प्रदीप सिंह के हाथों में तलवारें थीं। उन्होंने तलवारों से सचंदर सिंह और सरवन सिंह पर हमला कर दिया। दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया। वहां सचंदर सिंह की मौत हो गई।