Sateek Samacahr, चंडीगढ़।
हरियाणा में मंगलवार को स्थानीय निकायों के चुनावों की घोषणा किए की उम्मीद है। हरियणाा निर्वाचन आयोग की ओर से बुलाई गई प्रेस कान्फ्रेंस में राज्य के चुनाव आयुक्त धनपत सिंह राज्य के आठ नगर निगमों, 22 नगरपालिकाओं और चार नगर परिषद के चुनाव की घोषणा करेंगे। इसके साथ ही आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो जाएगी। चुनाव अधिसूचना से लेकर पूरी चुनाव प्रक्रिया में 25 दिन लगेंगे।
हरियाणा में आठ नगर निगमों, चार नगर परिषद और 22 नगरपालिकाओं में होंगे चुनाव
बता दें कि पहले समझा जा रहा था कि हरियाणा में स्थानीय निकाय चुनाव की घोषणा दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद होगी। बता दें कि हरियाणा में 11 नगर निगम, 23 नगर परिषद और 55 नगर पालिकाएं हैं। माना जा रहा है कि राज्य में एक चरण में स्थानीय निकाय चुनाव हो सकते हैं। वैसे पहले ये चुनाव दो चरणों में आयोजित किए जाने की संभावना जताई जा रही थी।
इन नगर निगमों के कार्यकाल समाप्त हो चुके हैं
फरीदाबाद नगर निगम का कार्यकाल फरवरी 2022, गुरुग्राम नगर निगम का कार्यकाल नवंबर 2022, और पानीपत, हिसार, करनाल, रोहतक और यमुनानगर नगर निगमों का कार्यकाल जनवरी 2024 में समाप्त हो चुका है। इसके साथ ही मानेसर नगर निगम का चुनाव कराया जा सकता है।
अंबाला और सोनीपत के नगर निगमाें के मेयर के पद खाली हैं
अंबाला और सोनीपत नगर निगमों के मेयर के पद भी खाली हैं। दोनों नगर निगमों के मेयर हरियाणा विधानसभा के सदस्यों को चुना जा चुका है। राज्य में अधिकतर नगर निगमों में मतदाता सूचियों का काम पूरा हो चुका है।
पार्टी चुनाव सिंबल पर चुनाव लड़ेगी भाजपा और आम आदमी पार्टी
राज्य में भाजपा ने इस बार नगर निगम के साथ ही नगर परिषद और नगरपालिकाें के चुनाव भी अपने चुनाव निशान पर लड़ेगी। भाजपा नगर निगम के चुनाव अपने सिंबल पर लड़ती रही है। कांग्रेस ने इस संबंध में कोई घोषणा नहीं की है। वह नगर निगमों और मेयर का चुनाव अपने चुनाव चिह्न पर लड़ सकती है। दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी (AAP) ने सभी नगर निगम चुनाव अपने सिंबल पर लड़ने की घोषणा की थी।
ईवीएम से होंगे चुनाव
सभी स्थानीय निकायों के चुनाव ईवीएम (EVM) से होंगे। राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह का कहना है कि राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव ईवीएम से कराने की तैयारी पूरी हो चुकी है। जिन स्थानीय निकायों में चुनाव होने हैं वहां पहले ही ईवीएम की जांच पूरी की जा चुकी है। वर्ष 2022 में 46 स्थानीय स्थानीय निकायों के चुनाव और पंचायतों के चुनाव भी ईवीएम (EVM) से कराए गए थे।