Sateek Samachar, हिसार।
हरियाणा के हिसार एयरपोर्ट (Hisar Airport) से हवाई उड़ानों (Air Flights) का रास्ता साफ हो गया है। यहां से जल्द ही विमानों की घरेलू उड़ानें (Domestic Flights) शुरू हाेंगी। हिसार के महाराजा अग्रसेन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को एयरपोर्ट अथॉरिटी आफ इंडिया (AAI) ने बृहस्पतिवार शाम लाईसेंस जारी कर दिया। यहां से अभी छह महीने के लिए विमानों के घरेलू उड़ानों का लाईसेंस मिला है। शुरूआत में यहां से पांच राज्यों के लिए उड़ानें शुरू होने की उम्मीद है।
घरेलू उड़ानों की अयोध्या के लिए फ्लाइट से होगी शुरूआत, प्रधानमंत्री मोदी कर सकते हैं शुभारंभ
हिसार एयरपोर्ट से घरेलू उड़ानों का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं। उम्मीद है कि रामनवमी के अवसर पर पीएम मोदी हिसार एयरपोर्ट से अयोध्या के लिए उड़ान को रवाना करेंगे। बताया जाता है कि हरियाणा सरकार की ओर से इसके लिए प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से संपर्क साधकर समय मांगा जाएगा। प्रारंभ में हिसार एयरपोर्ट से अयोध्या के साथ ही जम्मू, जयपुर, दिल्ली और अहमदाबाद के लिए उड़ानें शुरू होंगी। इनकी सफलता के बाद अन्य स्थानों के लिए घरेलू उड़ानें शुरू हो सकती हैं।
AAI संभालेगी हिसार एयरपोर्ट के संचालन का जिम्मा
हिसार एयरपोर्ट (Hisar Airport) का संचालन एयरपोर्ट अथॉरिटी आफ इंडिया (AAI) संभालेगी। इसके लिए इस एयरपोर्ट को पहले ही एएआइ (AAI) के हवाले कर दिया गया था। इस तरह, इस एयरपोर्ट को केंद्र सरकार संभालेगी। इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की होगी। वर्तमान में हरियाणा पुलिस की थर्ड बटालियन के 300 जवान यहां की सुरक्षा में तैनात किए गए हैं।
एयरपोर्ट का समर शेड्यूल हो रहा तैयार
जानकारी के अनुसार, हिसार एयरपोर्ट (Hisar Airport) से शुरूआत में 70 सीटर विमान उड़ान भरेंगे और यदि यात्रियों की संख्या ठीक रही तो यह जारी रहेगी, अन्यथा 40 सीटर विमानों से उड़ानें होंगी। हिसार एयरपोर्ट से हवाई उड़ानों के लिए समर शेड्यूल भी तैयार किया जा रहा है और इसको 31 मार्च तक अंतिम रूप दे दिश जाएगा।
पहले शुरू हुई थी एयर टैक्सी
बता दें कि एक बार हिसार एयरपोर्ट से चंडीगढ़ के लिए एयर टैक्सी (Air Taxi) सेवा शुरू की गई थी, लेकिन यात्रियों की संख्या कम होने के कारण इसे बंद कर दिया गया था।
हिसार एयरपोर्ट की खूबियां –
- घरेलू हवाई उड़ानें।
- कार्गो डिफेंस इंडस्ट्री बनेंगी।
- विमानों की मेंटिनेंस की जाएगी।
- पायलट ट्रेनिंग सेंटर खुलेगा।
- एयरोस्पेस से जुड़े हिस्से बनाए जाएंगे।
- एविएशन यूनिवर्सिटी स्थापित होगी।