Sateek Samachar, चंडीगढ़।
अमेरिका से डिपोर्ट होकर बुधवार को अमृतसर लाए गए हरियाणा के 33 लोगों में सबसे अधिक 11 कैथल जिले के रहनेवाले हैं। इनमें करनाल जिले के सात लोग हैं। अमेरिकी एयरफोर्स के एक विमान से बुधवार दोपहर बाद करीब दो बजे 104 भारतीयों को लाया गया था। अमेरिकी सरकार के अनुसार ये लोग वहांं अवैध रूप से रह रहे थे।
सात लोगों की आयु 20 साल से कम, तीन महिलाएं भी शामिल
अमेरिकी से डिपोर्ट होकर आए हरियाणा के लोगों में सात की आयु 20 वर्ष से कम है। वापस भेजे गए लोगों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं। कैथल जिले के 11 लोगों में खेड़ी साकरा गांव की एक महिला ओमी देवी भी हैं। अमृतरसर एयरपोर्ट पर वैरिफिकेशन और इमिग्रेशन जांच के बाद इन लोगों को पंजाब पुलिस को सौंप दिया गया है। अब उनको सड़क मार्ग से भेजा जाएगा। बता दें कि अमेरिका से डिपोर्ट कर भेजे गए 104 भारतीयों में हरियाणा के 33 लोगों के अलावा पंजाब के 30, गुजरात के 33, महाराष्ट्र के तीन , उत्तर प्रदेश के दो लोग भी शामिल हैं।
बताया जाता है कि हरियाणा के लोगों को लाने के लिए हरियाणा सरकार की गाड़ी अमृतसर भेजी गई है और यह गाड़ी अमृतसर पहुंच गई है। डिपोर्ट कर भेजे गए हरियाण के लोग लाखों रुपये खर्च कर अमेरिका गए थे। कई ने अपनी जमीन-जायदाद बेचकर लाखों रुपये जुटाए थे और एजेंटों के माध्यम से अमेरिका गए थे। उनके परिवारों को उम्मीद है कि उनकी कमाई से परिवार के हालात बदल जाएंगे। बताया जाता है कि डिपोर्ट होकर आए करनाल के सात लोग डंकी रूट के माध्यम से अमेरिका पहुंचे थे।
कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मंत्री रणदीप सुरजेवाला ने अपने सोशल मीडिया एक्स (X) पेज पर पोस्ट कर कैथल के एक युवक के बारे में बताया है। उन्होंने लिखा है- ‘ 2023 में अमेरिका के कैलिफाेर्निया शहर गए और अब डिपोर्ट हुए संदीप की दास्तां झकझोर देने वाली है। उसे काम के लिए अमेरिका में टेंपररी वीजा दिया गया। जब संदीप अपने केस की सुनवाई के लिए इमिग्रेशन दफ्तर पहुंचा तो उसे वहां गिरफ्तार करके डिटेंशन सेंटर में रखा गया और 1 फरवरी काे डिपोर्ट कर दिया गया। अमेरिका जाने के लिए संदीप कि परिवार ने अपनी दो एकड़ जमीन बचेकर 42 लाख रुपये एजेंट को दिए।’

इसके साथ सुरजेवाला ने हरियाणा सरकार पर भी निशाना साधा है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है, ‘हरियाणा में बेरोजगारी के चलते हर दिन ऐसी खबरें आती हैं। पलायन की यह पीड़ा पूरे हरियाणा को है पर भाजपा की डबल इंजन सरकार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। भाजपा राज में हमारे नौजवान बेरोजगारी के कोल्हू में पीसे जा रहे हैं। उनके सपनों काे चकनाचूर किया जा रहा है।’
डिपोर्ट कर भेजे गए हरियाणा के लोग-
- निशांत (19 वर्ष)।
- सुखदीप सिंह (33 वर्ष)।
- अभिषेक (21 वर्ष)।
- विकास कुमार (33 वर्ष) ।
- खुशप्रीत सिंह (18 वर्ष)।
- अनुज (22 वर्ष)।
- योगेश आर्य (21 वर्ष)।
- साहिल (19 वर्ष)।
- नीतेश वालिया (31 वर्ष)।
- मनदीप (19 वर्ष)।
- जगतार सिंह (38 वर्ष)।
- रॉबिन होंडा (27 वर्ष)।
- राेहित शर्मा (23 वर्ष)।
- गगनप्रीत सिंह (24 वर्ष)।
- पेरिस (20 वर्ष)।
- जगतार सिंह (40 वर्ष) ।
- शिवम (18 वर्ष)।
- तमन्ना नेने (25 वर्ष)।
- शुभम सैनी (30 वर्ष)।
- अमन कुमार (36 वर्ष)।
- अजय (21 वर्ष)।
- अंकित (25 वर्ष)।
- अक्षय (20 वर्ष)।
- आकाश (20 वर्ष)।
- जतिन केनवाल (14 वर्ष)।
- काजल केनवाल (15 वर्ष)।
- ओमी देवी (45 वर्ष)।
- परमजीत सिंह (46 वर्ष)।
- साहिब सिंह (41 वर्ष)।
- मनिंदर कौर (37 वर्ष)।
- सुमित सिंह (22 वर्ष)।
- मनोज (33 वर्ष)।
- अंकित (22 वर्ष)।